Generation of Computer in hindi
आज कंप्यूटर हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है | इसके प्रारम्भिक दौर से लेकर आज तक इसमें कई महत्व पूर्ण बदलाव किए गए है और आज अभी भी नई तकनिको के आधार पर महत्वपूर्ण बदलाव किये जा रहे है जिसके फलस्वरुप आज हमें एैसे स्मार्ट और super computer देखने को मिल रहे है |
प्रारंभिक दौर में कंप्यूटर आकार में काफी बड़े और काफी भारी भी हुआ करते थे | प्रारंभिक दौर के कंप्यूटरो की गणना करने की क्षमता भी कम हुआ करती थी इसका अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते है की आज का एक calculator भी उस जमाने के कंप्यूटर से काफी तेज है |
लेकिन समय के साथ-साथ इसमें काफी सुधार किये गए और व्यवसायिक computing के इतिहास को प्रयुक्त नई तकनीको के आधार पर पांच पीढ़ियों में बाँटा गया है | प्रत्येक कंप्यूटर के मुलभुत सिद्धांत ( Fundamentals of principle ) और उसके भाग के किसी नए रूप के विकसित होने पर एक नई पीढ़ी की शुरुआत होती है |
प्रारंभिक दौर में कंप्यूटर आकार में काफी बड़े और काफी भारी भी हुआ करते थे | प्रारंभिक दौर के कंप्यूटरो की गणना करने की क्षमता भी कम हुआ करती थी इसका अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते है की आज का एक calculator भी उस जमाने के कंप्यूटर से काफी तेज है |
लेकिन समय के साथ-साथ इसमें काफी सुधार किये गए और व्यवसायिक computing के इतिहास को प्रयुक्त नई तकनीको के आधार पर पांच पीढ़ियों में बाँटा गया है | प्रत्येक कंप्यूटर के मुलभुत सिद्धांत ( Fundamentals of principle ) और उसके भाग के किसी नए रूप के विकसित होने पर एक नई पीढ़ी की शुरुआत होती है |
First Generation of computer (1946-1958)
इस पीढ़ी का पहला computer 1946 में Johan mauchly और John prosper ने बनाया था जिसका नाम ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Calculator) था | इस पीढ़ी के कंप्यूटर आकार में काफी बढे हुआ करते थे और इसमें बिजली की खपत भी बहुत अधिक होती थी |
इस पीढ़ी के कंप्यूटर 100 फीट लंबे और 10 फीट ऊंचे हआ करते थे | इस पीढ़ी के कंप्यूटर में Electronic logic circuit बनाने के लिए vacuum tube का उपयोग किया जाता था | इसमें programming मशीनी भाषा में की जाती थी और ये भाषा कार्य क्षेत्र के आधार पर अपनी सुविधा के अनुसार बनाई जाती थी जिससे संचार में कठिनाई होती थी |
इस पीढ़ी के कंप्यूटर की कार्य करने की गति बहुत धीमी हुआ करती थी और इसकी गणना करने की क्षमता भी बहुत कम थी |ये कंप्यूटेटर बहुत महंगे हुआ करते थे इन कम्पूटरो को एक आम आदमी कभी खरीद ही नहीं सकता था |
First Generation computers के नाम
- ENIAC
- EDVAC
- UNIVAC
- IBM-650
- IBM-701
Second Generation of computer (1959-1964)
इस पीढ़ी के कंप्यूटर में Vacuum tube की जगह Transastor का उपयोग किया जाता था जिसका आविष्कार William shockley ने 1947 में किया था | First generation computer की खामियों को इसमें पूरा करने प्रयास किया गया था |
इस पीढ़ी का कंप्यूटर First Generation computer के मुकाबले थोड़ा तेज था और आकर में भी थोड़ा छोटा था | इस पीढ़ी के कंप्यूटर की कार्य करने की गति भी अधिक थी | यह लगातार विधुत संवहन से कम गरम होता था और विधुत की खपत भी काफी कम करता था |
इस Generation के कंप्यूटर में स्टोरेज डिवाइस के रूप में Punch card , megnitic core और Disk का उपयोग किया जाता था | इस Generation में हार्डवेयर भागो का समूहीकरण किया गया था ताकि किसी भी भाग के ख़राब होने पर उसे बदला जा सके | इसमें Programming करने के लिए उच्स्तरीय भाषा FORTRAN,COBOL इत्यादि का उपयोग किया जाने लगा था |
इसमें काफी सुधार का प्रयास करने के बावजूद भी इसमें कुछ कमिया थी जैसे :-
- AC (Air conditioner) लगाना आवयश्क था |
- उपकरण को हाथ से ही असेम्बल किया जाता था |
- व्यावसयिक उत्पादन करना इसमें अभी भी संभव नहीं था |
Second generation कंप्यूटर के नाम
- IBM-1620
- IBM-7094
- CDC-3600
- CDC-1604
- UNIVAC-1108
Third Generation of computer (1965-1974)
कंप्यूटर का third generation 1964 के मध्य से आरंभ हुआ ,जब की IBM ने कंप्यूटर के ऐतिहासिक उत्पाद बनाकर प्रस्तुत किये | IBM ने 6 कंप्यूटर का परिवार तैयार किया था | इस पीढ़ी के कंप्यूटर के circuit में मुख्य तार्किक भाग के रूप में IC (Integrated circuit ) लगाया जाता था | इसे 1953 में Mr.H.Jonnie द्वारा विकसित किया गया था |
इस जनरेशन में कंप्यूटर की क्रियाओ को नियंत्रित करने के लिए operating system को बनाया गया था | इस जनरेशन में program को तैयार करने के लिए एक आधुनिक भाषा BASIC (Beginners All-purpose Symbolic instraction Code ) का विकाश किया गया था |
इस जनरेशन में कंप्यूटर के आकर को छोटा किया गया और इसे मिनी कंप्यूटर का नाम दिया गया था और ये कंप्यूटर काफी तेज भी था | ये कंप्यूटर भी काफी महँगा था |
Third generation कंप्यूटर के नाम
- IBM-360 Series
- Honeywell-6000 series
- PDP (Personal Data Processor)
- PDP-8
- IBM-370
- IBM-168
- TDC-316
Fourth Generation of computer (1975-1980)
इस पिढी के कंप्यूटर में LSIC (Large scale integrated circuit ) का उपयोग किया जाने लगा था | अब इंच के चौथाई भाग में लगभग 30000 Transistor का एक circuit बनाना संभव था | अब सम्पूर्ण circuit को एक छोटे से चिप में तैयार किया गया और इस छोटे चिप को micro-processer कहा जाने लगा |
इस Generation के कंप्यूटर में electronic circuit को कम से कम जगह में रखने का प्रयास किया गया और एक ही silicon से बनी chip जो ऊँगली के नाख़ून के बराबर होती है| इस पर लाखो circuit बना दिए गए इस पीढ़ी में semiconductor इंटरनल मेमोरी का उपयोग किया गया यह नई मेमोरी गति में तेज और आकार में छोटी व् कीमत में कम थी
इस पीढ़ी में प्रत्येक क्षेत्र के लिए अलग अलग software बनाये गए इसमें कार्य करना BASIC, FOURTRAN , COBOL इत्यादि भाषा में कार्य करने से सरल था | ये कंप्यूटर काफी सस्ते थे | इसे खरीदना आसान हो गया था |
Fourth Generation कंप्यूटर के नाम
- DEC-10
- Star-1000
- PDP 11
- CRAY-1 (super computer )
- CRAY-x-MP (super computer )
Fifth Generation of Computer (1980 से आज तक)
वर्तमान में जिन कंप्यूटर का हम उपयोग कर रहे है वे पाँचवी पीढ़ी के कंप्यूटर है | इस पीढ़ी के कंप्यूटर को तैयार करने का मुख्य उदेश्य ऐसे कंप्यूटर का विकास करना है जिसमे स्वयं सोचने की क्षमता हो ऐसे कई प्रयोग Japan , Britain , America अदि देशो में चल रहे है|
इस पीढ़ी में सूचनाओं के आदान प्रदान का चलन प्रारम्भ हो गया है कंप्यूटर के अंतर्गत Electronic circuit में VLIC (very large scale integrated circuit) बनाये गए है जिससे कंप्यूटर के आकार दिन ब दिन छोटे होते जा रहे है | दुनिया के किसी भी स्थान से हम एक Portable,कंप्यूटर का उपयोग कर एक नई तकनीक "Internet " के जरिये सूचनाओं का आदान प्रदान बड़ी आसानी से कर सकते है |
आज कम्पुयटर को उसके आकार व् संरचना के आधार पर तैयार किया जाता है | आज कंप्यूटर विभिन रूपों में उपलब्ध है जैसे :- Desktop , Laptop , palmtop इत्यादि | आज के कंप्यूटर काफी आधुनिक हो गए है | इसमें हम ध्वनि , चलचित्र, चित्र आदि को भी चला सकते है हम कंप्यूटर के अंतराष्ट्रीय संजाल (Internet) से जुड़कर घर बैठे सूचनाओं को एक जगह से दूसरी जगह बड़े आसानी से पहुंचा सकते है |
Fifth Generation के कुछ कम्प्यूटर्स के नाम
- Desktop
- Laptop
- Notebook
- Ultrabook
- Chromebook
conclusion
मैं आशा करता हु की आपको हमारी Genaration of computer in hindi | कंप्यूटर की पीढ़िया लेख पसंद आया होगा आपको हमारा ये लेख कैसा लगा कृपया Comment में जरूर बताए | पोस्ट पूरा पड़ने के लिए
***धन्यवाद ***
***धन्यवाद ***
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